
स्पर्श के माध्यम से फैलने वाले संक्रामक रोग :
संपादकीय विभाग टीबी नियंत्रण अभियान में रोड...
ओमिक्रोन प्रकार से गंभीर रूप से बीमार पड़ने का ख़तरा वायरस के अन्य प्रकारों की तुलना में कम माना जाता है और इस वजह से हम संक्रमण-रोधी उपायों को अपनाने में ढील बरतने लगते हैं। लेकिन परिवार में बुज़ुर्ग या अन्य-रोगों से ग्रस्त सदस्यों के होने पर सावधानी बरतना आवश्यक है।
रात में पसीना (और पढ़ें - पसीने और शरीर की बदबू के कारण और उसे दूर करने के घरेलू उपाय)
यह टीके फ़ाइज़र और मॉडर्ना द्वारा विकसित किये जा रहे हैं। इन तथाकथित द्विसंयोजक टीकों में कोरोनावायरस के वर्तमान टीके तथा ओमिक्रोन के उप-प्रकार बीए.
स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ता जो टीबी के उच्च जोखिम वाले लोगों का इलाज करते हैं
हमने दो विशेषज्ञों से छोटे बच्चों के टीकाकरण पर उनके विचार जाने।
यदि मूल संक्रमण का आंशिक रूप से ही इलाज किया गया है, तो बैक्टीरिया एंटीबायोटिक्स से प्रतिरोधी हो सकता है। ऐसी स्थिति होने पर टीबी का इलाज करना और कठिन हो जाता read more है।
जिन लोगों को हाल ही में टीबी का टीका लगा है, उनके टेस्ट का रिजल्ट पॉजिटिव हो सकता है लेकिन उनको टीबी नहीं होता।
लेकिन चिकित्सक और अन्य विशेषज्ञ ऐसी व्यवस्था क़ायम करने की आवश्यकता ज़ाहिर कर रहे हैं जिसके तहत हल्के रूप से बीमार रोगी अपनी स्थिति बिगड़ने पर जल्द चिकित्सकीय परामर्श ले सकें।
वे मरीज जिनका अंग प्रत्यारोपण किया गया है
स्वास्थ्य मंत्रालय की समिति के प्रमुख वाकिता ताकाजि ने कहा है कि इंफ़्लुएंज़ा तथा कोरोनावायरस के ओमिक्रोन प्रकार को लक्षित टीकाकरण अभियान में तेजी लाना आवश्यक है। ऐसा करने से संक्रमण का प्रसार कम करने और गंभीर रूप से बीमार होनेवाले रोगियों की संख्या कम की जा सकेगी।
दूसरा निवारक उपाय है विद्यालय या काम पर जाने से बचना और साथ ही बुख़ार तथा कुछ अन्य लक्षण होने पर अन्य लोगों के संपर्क में आने से बचने के प्रयास करना। ऐसी स्थिति में पर्याप्त विश्राम भी बहुत आवश्यक है।
साथ ही, जापान में पिछले दो वर्षों में बड़े स्तर पर ज़ुकाम महामारी बन कर नहीं उभरा है। इसका मतलब यह है कि अधिकांश लोगों को वायरस के ख़िलाफ़ प्रतिरोधक क्षमता हासिल नहीं हुई है।